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hemant soren

विधानसभा झारखण्ड : hemant सरकार को बहुमत प्रचंड तो भाजपा में खण्ड 

September 5, 2022 by najhma Leave a Comment

विधानसभा झारखण्ड : cm hemant soren  ने कहा झारखण्ड को 1932 खातियान व obc आरक्षण की जरूरत. हेमन्त सरकार को विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 48 वोट मिले. 

विधानसभा झारखण्ड : राज भवन की आँख मिचौली के बीच मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया है. हेमन्त सरकार को विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 48 वोट मिले. दिलचस्प बिन्दु यह रहा कि अविश्वास में एक भी मत प्राप्त नहीं हुए. ऐसा माना जा रहा कि इसमें कुछ बीजेपी विधायकों के गुप्त वोट भी शामिल है. भाजपा एवं उनके सहयोगी दल ने सदन से वाकआउट किया.

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन अपने आंदोलनकारी मिजाज में दिखे. हेमन्त सोरेन का निडर व्यक्तिव एक बार फिर विधानसभा में दिखा. उन्होंने कहा एक हेमन्त सोरेन को रोकने के लिए पूरा केन्द्रीय महकमा लगा है, लेकिन मैं, हेमन्त सोरेन, शिबू सोरेन, एक आंदोलनकारी का बेटा हूं, जो न कभी डरा है, न कभी झुका है और न कभी झुकेगा.

cm hemant soren ने विधानसभा में बीजेपी पर साधा निशान 

सीएम हेमन्त सोरेन द्वारा बीजेपी व उसके नेताओं पर जमकर निशाना सीधा गया. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सिरे से भाजपा एवं उसके सहयोगी दलों के नेताओं पर बरसे. सोरेन ने कहा जब बीजेपी का प्रधानमंत्री आधा देश के मुख्यमंत्रियों से लड़ायी कर रहा हो ऐसे में राज्य समेत देश का विकास कैसे हो सकता है. देश में देशवासियों को देश का झण्डा तक बेचा गया.

विधानसभा झारखण्ड : cm ने कहा कि bahulal marandi गिरगिट से ज्यादा बदलते हैं रंग

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि बाबूलाल मारांडी गिरगिट से अधिक तेजी से रंग बदलते हैं. दुमका में तीन ब्राह्मण नेता निशिकान दुबे, मनोज तिवारी व कपिल मिश्रा अंकित सिंह के घर पहुंचे लेकिन सुनील सोरेन को छोड़ दिया. जब इसपर सवाल उठाया गया तो बाबूलाल मारांडी ने दूसरी घटना में उन्हें अपने पास बिठाया. 

आजसू विधायक सुदेश महतो हमेशा झारखण्ड के मूल नेता होने की तस्वीर पेश करने का प्रयास किया है. लेकिन राज्य का ज्वलंत सच यह है कि उन्होंने अपने दोनों हाथों लड्डू रखा है. ऐसी ही लोगों के कारण झारखंडी लंबे दौर से बार-बार छला गया है. 

सदस्यता मुद्दे पर cm hemant ने बीजेपी विधायक समरी लाल को आड़े हाथों लिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बीजेपी मेरी सदस्यता को लेकर हाय-तौबा मचाए हुए है. झारखण्ड की सरकार और उसकी विकास गति को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है. लेकिन, वहीं वही बीजेपी बाहरी नेता समरी लाल को फर्जी विधायक बनाकर झारखण्ड पर थोपा दिया है. इलेक्शन कमीशन को इसकी शिकायत भेजी गई है. लेकिन, अभी तक झारखण्ड के हक-अधिकार की पुकार को आधार में लटका कर रखा गया है. 

hemant sarkar 1932 खातियान और obc आरक्षण लाएगी 

विधानसभा मे सीएम हेमन्त सोरेन कहा कि झारखण्ड में 1932 खातियान और ओबीसी आरक्षण जरूरी है. आदिवासियों के लिए cnt-spt ऐक्ट जरूरी है.  इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबूलाल जी बताएं कि राज्य मे ओबीसी आरक्षण किसने घटाया है. हमारी सरकार इन दोनों मुद्दों पर गंभीरता से कार्य कर रही है. जल्द ही राज्यवासियों को सौगात मिलेगी. 

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old pension -झारखण्ड के कर्मचारियों को मिली पुरानी पेंशन की सौगात

September 2, 2022 by najhma Leave a Comment

old pension jhakhand : भाजपा जनविरोधी नीतियों के बीच राज्य के कर्मचारियों को यह सौगात मुख्यमंत्री पद को दाव पर रख कर दिया गया है. हेमन्त सोरेन ने स्पष्ट तौर पर मुख्यमंत्री पद के बजाय जन कल्याण का पक्ष लिया है.

रांची : हेमन्त सोरेन ने झारखण्ड कर्मचारियों से ओल्ड पेंशन (old pension) स्कीम पुनर्बहाल करने का अपना वादा 1 सितंबर 2022 को पूरी कर दी है. जो न केवल भाजपा आइडियोलॉजी की राजनीति को लोकतंत्र का आईना दिखाती है. जन-गन के अधिकार संरक्षण में दिसुम गुरु शिबू सोरेन सरीखे बहुजन नेताओं के विचारधारा में व्याप्त बहुसंख्यक आम आबादी के लिए जन कल्याण की स्पष्ट व्याख्या भी करती है. 

दरअसल, केंद्र की भाजपा सरकार के निजीकरण की बड़ी लकीर के अक्स में, ओल्ड पेंशन स्कीम पुनर्बहाल हेमन्त सरकार के संघर्ष दर्शाता है. मसलन, स्पष्ट शब्दों मे कहें तो भाजपा जन विरोधी नीतियों के बीच राज्य के कर्मचारियों को यह सौगात मुख्यमंत्री पद को दाव पर रख कर दिया गया है. जिसके तहत निश्चित रूप से हेमन्त सोरेन मुख्यमंत्री पद के बजाय जन कल्याण का पक्ष लिया है.  बहुसंख्यक आम आबादी को इसे समझना होगा और ऐसी विचारधारा को उन्हें बचाना होगा.

पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के प्रस्‍ताव को कैबिनेट की बैठक में स्‍वीकृति दे दी गई। पुरानी पेंशन योजना लागू होने की सूचना पाते ही प्रोजेक्ट भवन परिसर में सरकारी कर्मी खुशी से झूम उठे। सरकारी कर्मियों ने मुख्यमंत्री श्री @HemantSorenJMM के प्रति आभार व्यक्त किया। pic.twitter.com/ck1nB3zIiF

— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) September 1, 2022

मुख्यमंत्री की विचारधारा व नीतियां old pension जैसे जन अधिकार संरक्षण की करती है वकालत

बतौर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन कई मंचों से स्पष्ट कहा है – सरकारी कर्मी समाज का अभिन्न अंग बन, सरकारी योजनाओं और नीतियों को धरातल पर उतारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. राज्य के विकास में इनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है. अतः ऐसे कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा (old pension) मिलन इनका अधिकार है. इनका बुढ़ापा संरक्षित होना ही चाहिए. तभी ए पूरी गंभीरता से जन कार्य कार पाएंगे. और इनकी समस्याओं का समाधान सरकार आगे बढ़ कर करेगी.

ज्ञात हो, राज्य के पारा शिक्षक-आंगनबाड़ी कर्मियों की समस्याओं का निदान भी इसी सरकार में ही होना, दर्शाता है कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की विचारधारा व नीतियां बहुसंख्यक आम आबादी के हितों की वकालत प्रथम पायदान पर खड़ा हो कर करती है. मसलन, मुख्यमंत्री का old pension स्कीम पुनर्बहाल करने का संवेदनशील प्रयास न केवल राज्य के के कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, देश भर के कर्मचारियों के संघर्ष को भी बाल देगा.

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Hemant Soren : मेरी दिल्लगी कुर्सी नहीं राज्य की सवा तीन करोड़ जनता है

August 30, 2022 by najhma Leave a Comment

हेमन्त सोरेन : जिस देश का केंद्र सरकार राज्य सरकारों से लड़ाई कर वहाँ की लोकतांत्रिक, चुनी हुई सरकारों को गिराने की साजिश कर रहा हो. उस देश का भविष्य क्या हो सकता है अंदाज लगाया सकता है. 

रांची : पत्रकारों के सवाल पर झारखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा देश की एक गंभीर परिस्थिति पर चिंता जतायी गई. उनके द्वारा स्पष्ट कहा गया कि जिस देश का केंद्र सरकार राज्य सरकारों से लड़ाई कर रहा हो, वहाँ की लोकतांत्रिक, चुनी हुई सरकारों को गिराने की साजिश कर रहा हो. उस देश का भविष्य क्या हो सकता है इस तथ्य का अंदाजा लगाया जा सकता है. ऐसे में मुझे चिंता नहीं क्योंकि मेरी दिल्लगी कुर्सी नहीं राज्य की जनता है.

जाहिर है ऐसी परिस्थिति में कोई राज्य विकास पथ पर आगे कैसे बढ़ सकता है. और जब राज्य ही आर्थिक-सामाजिक तौर पर आगे नहीं बढ़ेगा तो देश का विकास कैसे संभव हो सकता है. और वह भी उस नाजुक परिस्थिति में जब देश की अर्थव्यवस्था कोरोना समेत अन्य केन्द्रीय नीतियों के अक्स में ऐतिहासिक निचली स्तर हो और देश की बेरोजगार जनता ऐतिहासिक महँगाई की मार से त्रस्त हो.  

व्यापारी वर्ग का काम ही खरीद-विक्री करना होता है – Hemant Soren

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि उन्हें दिल्लगी कुर्सी से नहीं बल्कि राज्य की सवा तीन करोड़ जनता से है. क्योंकि देश में व्यापारी वर्ग का शासन है. व्यापारी वर्ग का काम ही खरीद-विक्री करना होता है. जो स्पष्ट रूप से देश भर दिख रहा है और आगे भी दिखेगा. स्थिति यह है कि अब कुछ विधायक खुद ही बिकने को तैयार हैं. जो पकड़ा गए वह विलयन और जो नहीं पकड़ाए उनकी बल्ले-बल्ले. लेकिन हर किसी का किस्मत शिंदे जैसा नहीं होता. ऐसे में, मैं चिंतित नहीं हूँ क्योंकि मुझे कुर्सी से दिल्लगी नहीं राज्य की एससी-एसटी-ओबीसी समेत सभी सवा तीन सवा तीन करोड़ जनता से है.

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jharkhand tribals के सवाल उठाने पर झारखण्ड सरकार को अस्थिर करने का प्रयास

August 29, 2022 by najhma Leave a Comment

यह सोचने की बात है कि जिन jharkhand tribals (आदिवासियों) की जमीन पर देश का सबसे ज्यादा खनिज है, वे इतने गरीब क्यों? विस्थापित क्यों? हक-अधिकार के सवाल उठाने पर हेमन्त सोरेन को अस्थिर करने का प्रयास!

Jharkhand news in hindi : jharkhand tribals (आदिवासी) सुरक्षा विषय पर जन सम्मेलन खूब आयोजन होते हैं. लेकिन वहीं एक आदिवासी सीएम केन्द्रीय सत्ता को खटकता है. उस सीएम को हटाने के लिए संविधान से खिलवाड़ होता है. आदिवासियों के हक-अधिकार पर प्रहार होते हैं. आदिवासियों को सरना कोड मुहैया कराने के बजाय जबरन उनकी पहचान हिंदू धर्म से जोड़ने का प्रयास होता है. उन्हें tribals (आदिवासी) के बजाय वनवासी कहा जाता है. उनकी सुरक्षा कवच cnt-spt कानों पर हमले होते हैं.

झारखण्ड में जिन आदिवासियों (tribals) की जमीनों में खनीज की भरमार है उन्हें पूर्व की सत्ता में बेदखल करने का प्रयास हुआ. उनके जनआंदोलनों को दबाया गया। उन्हें जेल में डाल दिया गया. मौजूद दौर में जब एक आदिवासी मुख्यमंत्री hemant soren (हेमन्त सोरेन) द्वारा जब tribals (आदिवासी) अधिकार सुनिश्चित करने का प्रयास हो रहा है तो केन्द्रीय सत्ता द्वारा उस सीएम को पद से हटाने का कुप्रयास हो रहा है. 

https://twitter.com/HemantSorenJMM/status/1563169417252720640?s=20&t=TYDnGEAGMHMN3zDOoWOFUQ

jharkhand tribals -आदिवासियों के प्रहरी हेमन्त सोरन को अस्थिर करने का प्रयास 

ज्ञात हो, hemant soren (हेमन्त सोरेन) की विधानसभा की सदस्यता रद्द होने की खबरें ट्रेंड कर रही है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के खनन पट्टा मामले में निर्वाचन आयोग द्वारा मंतव्य झारखण्ड राजभवन को भेजा गया है. लेकिन, राजभवन द्वारा निर्णय सार्वजनिक करने में विलंब होने के कारण राज्य में अस्थिरता पैदा होने की आशंका बढ़ चली है. भ्रम-अफवाह को बढ़ावा मिल रहा है. विधायकों के संभावित खरीद-फरोख्त जैसे भ्रम को हवा मिल रही है. 

राजभवन के निर्णय में विलंब को लेकर जन चर्चा में बातें आम हो चली है कि यह दुर्भावना से ग्रसित प्रतीत हो रहा है. नतीजतन, सत्ता पक्ष के विधायक खूँटी में सैर-सपाटा कर रहें तो उनकी छत्तीसगढ़ जाने की खबरें आ रही है. झारखण्ड में राजनीतिक उथल पुथल को राज्य की जनता, गिरीडीह के मधुबन में चल रही बीजेपी के तीन दिवसीय प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण शिविर से जोड़ कर देखने लगी है. मसलन, राजभवन पर सवालों का भार बढ़ता जा रहा है.

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झारखण्ड : सभी राज्यवासियों के चेहरे पर मुस्कान लाएंगे -सीएम हेमन्त सोरेन

August 26, 2022 by najhma Leave a Comment

झारखण्ड : हम एकजुट रहेंगे तो राज्य में अंधेरा जरूर छटेगा. हम झारखण्ड के माटी का बेटा हैं, डरना नहीं, लड़ना जानते हैं…

झारखण्ड : विकास मेला सह उद्घाटन शिलान्यास एवं परिसंपति वितरण कार्यकरम में मुख्यमंत्री ने नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज के विरोध में बरसों चलने वाले आंदोलन के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए. उनकी याद में 2 मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी. कहा हम एकजुट रहेंगे तो राज्य में अंधेरा जरूर छटेगा. हम झारखण्ड के माटी का बेटा हैं, आदिवासी हैं, डरना नहीं जानते, लड़ना जानते हैं. और हम राज्यवासियों को उनका अधिकार देकर उनके चेहरे पर मुस्कान लाएंगे.  

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अपने सम्बोधन में कहा कि बरसों से संघर्षरत फायरिंग रेंज के विरोध में जो आप लोगों ने तकलीफ झेली, जो वक्त गुजारा. उस एहसास को, उस तकलीफ में हमारे आदरणीय गुरुजी ने भी अपना योगदान दिया था. दमनकारी सरकारों की नीतियों के खिलाफ विरोध करने का जज्बा कायम रहे इसलिए शुरुआत उन शहीदों को श्रद्धांजलि दे कर रहा हूँ.

हमारा राज्य में ऐसी कई जगह हैं जहाँ पहले किसी सरकार की नजरें नहीं जाती थी, न उनकी आवाज जाती थी. मैं यह नहीं कहता कि मेरे पास जादू की छड़ी है जिससे सब कुछ बदल दूँगा. लेकिन हम धीरे-धीरे राज्य के समस्याओं के स्थायी हल निकालने की दिशा में चल पड़े हैं. इसलिए आपने एहसास किया होगा कि सरकार आपके द्वार के माध्यम से सभी पदाधिकारियों को आपके दरवाजे तक पहुँचाया गया. राज्य के कर्मचारियों को अधिकार दिए जा रहे हैं. ऐसे ही हमारी सरकार सभी राज्यवासियों के चेहरे पर मुस्कान लाएंगे. 

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भाजपा के लिए झारखण्ड बना अभेद किला – बीजेपी के बड़बोले नेता हुए बेअसर

August 26, 2022 by najhma Leave a Comment

झारखण्ड : हेमन्त सोरेन की मुसीबतों से हार न मानने की अदा की जनता को भा गई है. तभी तो तमाम अटकलों के बीच एक तरफ ढोल-नगाड़े से तो दूसरी तरफ ट्विटर पर #हमाराहेमंतहमारी_हिम्मत ट्रेंड करा झारखण्ड वासियों ने उनका स्वागत किया.

रांची : झारखण्ड में एक तरफ झारखण्ड भाजपा के नेता के मन में लड्डू फुट रहा था कि सरकार गिर रही है. तो वहीं दूसरी तरफ राज्य की पुलिस संघ ढोल-नगाड़े के साथ मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का आभार व्यक्त कर थी. ऐसे में राज्य की जनता कैसे पीछे रहती, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के समर्थन में सुबह से ही ट्विटर पर #हमाराहेमंतहमारी_हिम्मत ट्रेंड करने लगा. उनके समर्थकों ने ट्विटर स्लोगनों की झड़ी लगा दी. मसलन, भाजपा के बड़बोले नेताओं के हथकंडों ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के और लोकप्रिय जननेता बना दिया हैं. और भाजपा के लिए झारखण्ड अभेद किला बन चुका है.

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के सारे विधायक, नेता व कार्यकर्ता जनता से संवाद कायम करने हेतु अपने स्तर पर मैदान में कूद पड़े हैं. झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के सिपाहियों की आपस की बान्डिंग और मजबूत हुई चली है. मुख्यमंत्री का परिस्थितियों से हार ना मानने की अदा झारखण्ड वासियों को भा गई है. जाहिर है जो मुसीबतों के सामने हार न माने बल्कि उससे टकराते हुए जीत का रास्ता तलाशे. ऐसे गुण पर किसे अभिमान न होगा. मसलन, झारखण्ड की जनता ने समझ लिया है कि जो नेता अपनी विचारधारा पर अडिग खड़े रहते हुए, जन लड़ाई लड़ने का जज्बा दिखाए वही में झारखण्ड को आगे लेकर जा सकता है. मसलन, भाजपा के सारे बड़बोले नेता बेअसर दिख रहे हैं और भाजपा के लिए अभेद किला बन गया है.

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