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Education

झारखण्ड : अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी -शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक शुरुआत

September 26, 2022 by najhma Leave a Comment

झारखण्ड : उच्च शिक्षा क्षेत्र में हुआ ऐतिहासिक शुरुआत, अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी स्थापना के रास्ते साफ. अजीम प्रेमजी ने कहा झारखण्ड के लोगों विकास एवं उत्थान के लिए समर्पित. सीएम ने कहा कि हमारे युवा वर्ग में असीम संभावनाएं.  

रांची : सीएम हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में दशकों बाद झारखण्ड राज्य में, शिक्षा क्षेत्र में नए सिरे से मजबूत नीव रखे जा रहे हैं. इस कड़ी में सीएम की उपस्थिति में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, झारखण्ड सरकार तथा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के बीच MoU हस्ताक्षर हुआ. जिसके तहत राजधानी रांची, इटकी में अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय की स्थापना के रास्ते खुले गए हैं. 

इस ऐतिहासिक अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के अध्यक्ष – सह – आईटी कंपनी विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी भी स्वयं उपस्थित रहे. सीएम सोरेन द्वारा इस दिन को झारखण्ड के लिए ऐतिहासिक करार दिया गया. और राज्य सरकार एवं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के इस आपसी समन्वय व सहयोग को शिक्षा क्षेत्र में हुई नई शुरुआत बताया गया.

झारखण्ड : अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी -शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक शुरुआत

अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी राज्य के विकास में साबित होगा मील का पत्थर  

झारखण्ड में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन जैसे अनुभवी संस्थान के द्वारा यूनिवर्सिटी की स्थापना से न केवल राज्य में उच्च शिक्षा के स्तर बेहतर होंगे, उच्च शिक्षा हेतु राज्य से प्रतिभावान छात्रों का पलायन भी रुकेगा. साथ ही राज्य के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा. 

सीएम सोरेन ने अजीम प्रेमजी से कहा कि आप एक जाने-माने उद्योगपति के साथ समाज के उत्थान हेतु सेवा भाव भी रखते हैं. आपका अनुभव झारखण्ड में शिक्षा क्षेत्र को न केवल बेहतर बनाएगा. विकास के रास्ते भी खोलेगा. मसलन, यूनिवर्सिटी को धरातल पर उतारने में सरकार तेजी से बढ़ेगी. 

राज्य के युवा वर्ग में असीम संभावनाएं -सीएम 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के युवा में काफी संभावनाएं हैं. यहां के युवा खेल तथा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. राज्य की इन युवा शक्ति को केवल बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की आवश्यकता है. विश्वविद्यालय की स्थापना से युवा अनुसंधान आधारित आधुनिक शिक्षा राज्य में ही प्राप्त कर सकेंगे. तथा राज्य के विकास में अपनी महती भूमिका निभाएंगे. 

सीएम हेमन्त सोरेन द्वारा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी को झारखण्ड आने का सप्रेम निमंत्रण भी दिया गया. अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के अध्यक्ष सह विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी द्वारा निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार किया गया और उनके द्वारा वर्ष 2022 के अंतिम महीने में झारखण्ड आने की बात कही गई. 

झारखण्ड के लोगों विकास एवं उत्थान के लिए समर्पित – अजीम प्रेमजी

अजीम प्रेमजी द्वारा कहा गया कि वह झारखण्ड के लोगों के विकास एवं उत्थान के लिए पूर्ण रुप से समर्पित होकर कार्य करना चाहते हैं. विश्वविद्यालय स्थापना व शैक्षणिक स्तर में गुणात्मक सुधार के साथ वह राज्य विकास हेतु विभिन्न क्षेत्रों में राज्य सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करेगी. झारखण्ड में हर वर्ग के उत्थान के लिए उनकी संस्थान प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी. 

हम प्रोजेक्ट मोड में नहीं बल्कि लॉन्ग टर्म मोड में कार्य करेंगे. राज्य में रोजगार सृजन के निमित्त योजना बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है. इस ध्येय के साथ अजीम प्रेमजी फाउंडेशन राज्य सरकार के साथ कदम मिलाकर कार्य करेगी. मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि रांची में उनकी यूनिवर्सिटी की स्थापना में आपके नेतृत्व वाली सरकार ने पूरा सहयोग दिया है. उम्मीद है कि यह सहयोग आगे भी मिलता रहेगा. 

अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी शिक्षा के साथ समाज सेवा को होगा प्रतिबद्ध – सीईओ 

 

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सीईओ द्वारा कहा गया कि झारखण्ड में शिक्षा के विकास के मद्देनजर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शैक्षणिक माहौल प्रदान करने हेतु यह यूनिवर्सिटी को स्थापित करने का प्रयास किया गया है. रांची में अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी जुलाई 2024 तक प्रारंभ हो सकेगा. अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के माध्यम से संचालित यह यूनिवर्सिटी बहु-विषय संस्थान होगा, जो शिक्षा अनुसंधान में प्रत्यक्ष योगदान देगा और समाज सेवा के लिए प्रतिबद्ध होगा.  

झारखण्ड में विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने हेतु सरकार की कवायद तेज 

राज्य में निजी विश्वविद्यालय स्थापित होने से विशेषकर ग्रामीण अंचल में आर्थिक दृष्टिकोण से पिछड़े छात्र-छात्राओं को राज्य में ही ज्ञानवर्धक एवं रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध होगा. राज्य में हेमन्त सरकार की शिक्षा प्रसार के उद्देश्य को मजबूती मिलेगी. ज्ञात हो, बेंगलुरु और भोपाल के तर्ज पर ही अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी शिक्षण संस्थान में छात्रों को विश्वस्तरीय आधुनिक शिक्षा व शिक्षण सुविधाएं प्रदान की जाए

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बेरोजगारों के लिए खुशखबरी- दूर हुई परीक्षा की जटिलतायें, मिलेगी नौकरी  

September 7, 2022 by najhma Leave a Comment

हेमत सरकार में झारखण्ड के बेरोजगार युवाओं के लिए खुशखबरी- दूर हुई परीक्षा की जटिलतायें, झारखण्डी को ही मिलेगी नौकरी, जनजाति भाषाओँ को पहली बार मिला स्थान

  • परीक्षा प्रणाली में हुए बड़े बदलाव 
  • युवाओं को मिली परीक्षा के जंजाल से मुक्ति – अब केवल एक परीक्षा ही होगी 
  • झारखण्ड में पहली बार जनजातीय भाषाओं को मिला स्थान
  • झारखण्ड में केवल झारखण्डी को ही मिलेगी नौकरी
  • मेट्रिक, इंटर व स्नातक, प्रत्येक स्तर पर अब होगी केवल एक परीक्षा  

झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग – JSSC का गठन झारखण्ड अधिनियम-16, 2008 के तहत हुआ था. आयोग का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों में रिक्त पदों के लिए योग्य और सक्षम नागरिकों की भर्ती करना है. भारी संख्या में युवा सरकारी क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए परीक्षा में शामिल भी होते रहे हैं. लेकिन झारखण्ड राज्य की विडंबना रही है कि पूर्व की सरकार में संस्थान को लगभग शिथिल कर दिया गया. भर्ती निकाली भी गयी तो राज्य के युवा परीक्षाओं के जंजाल में फंसा दिए गए. विकास के दावों के बावजूद झारखण्ड की जनजातीय भाषाओं के युवा, नीतियों के अक्स तले लगातार पिछड़ते गए. और जनजाति समाज पूरी तरह से अछूता रह गया.

झारखण्डी बेरोजगार युवाओं को मिली परीक्षा के जंजाल से मुक्ति – अब होगी केवल एक परीक्षा

मौजूदा दौर में हेमंत सरकार द्वारा तमाम जटिलताओं को सुलझाने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. इस सम्बन्ध में झारखण्ड सरकार ने कैबिनेट बैठक में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है. राज्य सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं को नौकरी में सुलभता के लिए परीक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव किए गए हैं. जिसके अक्स में झारखण्डी युवाओं को अब परीक्षा के जटिलता व जंजाल से मुक्ति मिल सकेगी और युवा आसानी से सरकारी नौकरी पा सकेंगे. मसलन, हेमंत सरकार ने राज्य के युवाओं के पक्ष में फैसला लिया है कि अब उन्हें नौकरी के लिए केवल एक परीक्षा ही देनी होगी.

जनजातीय भाषाओं के युवा भी आसानी से ले सकेंगे सरकारी नौकरी – झारखण्ड में अब झारखण्डियों को ही मिलेगी नौकरी 

झारखण्ड में अब जनजातीय भाषाओं के युवा भी आसानी से सरकारी नौकरी ले सकेंगे. जहां अब तक जनजाति समाज के बेरोजगार युवा पूरी तरह से अछूते रहे, वहां हेमंत सरकार का यह फैसला उस वंचित समाज के लिए उम्मीद ले कर आया है. साथ ही यह भी फैसला लिया गया है कि अब राज्य में केवल झारखण्ड वासियों को ही नौकरी मिलेगी. इसके अतिरिक्त मेट्रिक, इंटर व स्नातक के प्रत्येक स्तर पर भी केवल एक परीक्षा संपन्न होगी. जाहिर है तमाम फैसले बेरोजगार युवाओं को राहत देने वाली हैं.

मसलन, झारखण्ड सरकार के तमाम फैसले एतिहासिक हैं और लोकतंत्र के भावना को समर्पित भी. जिसके अक्स में झारखण्ड की जनता 20 वर्ष में पहली बार महसूस कर सकती है कि उन्होंने सरकार चुनने में गलती नहीं की है. इस सरकार के वादे ढपोरशंखी नहीं निकले. और शुरूआती दौर से हेमंत सरकार द्वारा लिए गए तमाम फैसले व नीतियां आम व गरीब जनता के पक्ष में रही है. संकट के दौर में भी सरकार द्वारा लिया गया हिम्मती फैसला निश्चित रूप से ऐतिहासिक साबित होगा.

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झारखण्ड : कैबिनेट में शिक्षा क्षेत्र में लिए गए 11 फैसले बौधिक विकास में महत्वपूर्ण

July 16, 2022 by najhma Leave a Comment

झारखण्ड : हेमन्त सरकार में शिक्षा क्षेत्र मर गंभीर कार्य हो रहे हैं. इस कड़ी में 15 जुलाई को झारखण्ड कैबिनेट में शिक्षा क्षेत्र में लिए गए 11 फैसले तथ्य को मजबूती देता है.

रांची : शोषित समाज बौधिक बदलाव से गुजर कर ही विकसित होते है. और शोषित समाज का यह बदलाव शिक्षा के स्तम्भ मजबूत करने से ही संभव हो सकता है. बाबा साहेब आंबेडकर ने कहा था -शिक्षा शेरनी का दूध है जो पिएगा वह दहाड़ेगा. शिक्षा इंसान का सोच व धारणाएं बदल नए विचार की बयार लाती है, जिसे क्रांति कहा जाता है. झारखण्ड के हेमन्त सरकार में शिक्षा क्षेत्र गंभीरता से कार्य हो रहा है. इस कड़ी में 15 जुलाई को झारखण्ड सरकार के कैबिनेट में शिक्षा क्षेत्र में लिए गए 12 फैसले तथ्य को मज़बूती देता है.

झारखण्ड सरकार के कैबिनेट में शिक्षा क्षेत्र में लिए गए 11 महत्वपूर्ण फैसले 

  1. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, कांके, राँची के सेवानिवृत्त शिक्षकों, वैज्ञानिकों, पदाधिकारियों -निदेशक, अधिष्ठाता, कुलसचिव एवं अन्य समकक्ष पेंशनरों को सप्तम पुनरीक्षित पेंशन दिनांक 01.01.2016 के प्रभाव से लागू करने की स्वीकृति दी गई.
  2. अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय विधेयक, 2022 के अनुमोदन की स्वीकृति दी गई.
  3. पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय विधेयक, 2022 की स्वीकृति दी गई.
  4. डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, राँची में प्राध्यापकों के विद्यमान पदों का युक्तिकरण एवं नवीन पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई.
  5. राज्य योजना “विभिन्न स्कूलों, पुनर्वास केन्द्रों, छात्रावासों, गृहों इत्यादि का संचालन“ अन्तर्गत विशेष विद्यालयों अर्थात मूकबधिर विद्यालय, नेत्रहीन विद्यालय, स्पैष्टिक विद्यालय के संचालनार्थ झारखण्ड दिव्यांगजन अधिकार नियमावली, 2018 के तहत बिना पंजीकरण के स्वयंसेवी, गैर-सरकारी संस्थाओं को एकबारीय (One time) व्यवस्था के तहत् अनुदान राशि के भुगतान की स्वीकृति के निमित्त निर्गत विभागीय संकल्प संख्या-855, दिनांक -31.03.2022 में आंशिक संशोधन की स्वीकृति दी गई.
  6. अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों में शिक्षण कार्य हेतु तत्कालिक व्यवस्था के तहत् सर्विस प्रोक्योरमेंट के आधार पर अंशकालीन शिक्षकों से कार्य लिए जाने की अवधि विस्तार की स्वीकृति दी गई.
  7. 80 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, 62 शहरी निकाय के आदर्श विद्यालय, 18 माॅडल विद्यालय एवं 245 प्रखण्ड स्तरीय आदर्श विद्यालयों (कुल 405 विद्यालय) के प्रधानाध्यापकों के क्षमता निर्माण एवं नेतृत्व कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु संस्था के चयन हेतु झारखण्ड वित्त नियमावली के नियम 235 के प्रावधानों को झारखण्ड वित्त नियमावली के नियम 245 के अधीन शिथिल करते हुए भारतीय प्रबंधन संस्थान, राँची (IIM, Ranchi) का चयन मनोनयन के आधार पर करते हुए आगामी तीन वर्षों के लिए एकरारनामा करने पर स्वीकृति दी गई.
  8. झारखण्ड राज्य में अवस्थित स्नातक स्तरीय घाटानुदानित अल्पसंख्यक महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को पेंशन, ग्रेच्युटि एवं भविष्य निधि की सुविधा प्रदान करने संबंधी पूर्व निर्गत संकल्प संख्या-1470, दिनांक-19.12.2012 एवं संदर्भित परिनियम में संशोधन की घटनोत्तर स्वीकृति दी गई.
  9. झारखण्ड राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 2000 (अंगीकृत एवं संशोधित) की धारा-2 एवं 57 के उपधारा-2 (a), उपधारा-2 (b) तथा उपधारा-5 में संशोधन हेतु विधेयक, 2022 की स्वीकृति दी गई.
  10.  राज्य के दो मेडिकल कॉलेजों यथा-1, राजेन्द्र इन्स्टीच्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेस (रिम्स), रांची एवं 2, फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, दुमका में कोविड-19 के RT-PCR सैम्पल की जाँच हेतु Roche Molecular Diagnostics Excellence-Cobas 6800 के क्रय एवं अधिष्ठापन के लिए वित्त नियमावली के नियम-235 के प्रावधानों को शिथिल करते हुए एवं नियम-245 के तहत मनोनयन के आधार पर निर्माता कंपनी M, s Roche Diagnostics Pvt. को मनोनीत करने तथा इस हेतु राज्य आपदा राहत कोष (SDRF) से कुल 8,73,20,000/- के व्यय एवं निर्माता कंपनी तथा अभियान निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के साथ किए गये एम०ओ०यू० एवं इस हेतु निर्गत संकल्प – 354 (6) दिनांक 28.04.2021 पर घटनोत्तर स्वीकृति प्रदान की गई.
  1. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभागान्तर्गत 08 नये राजकीय पोलिटेकनिक संस्थान यथा राजकीय पोलिटेकनिक, खूँटी, चतरा, लोहरदगा, हजारीबाग, जामताड़ा, गोड्डा, बगोदर एवं पलामू का PREJHA Foundation के सहयोग से संचालन किये जाने एवं Kaushal Vidya Entrepreneurship, Digital and Skill University Bill, 2022 की स्वीकृति दी गई.

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भाजपा काल से चली आ रही शुक्रवार के छुट्टी व हाथ मोड़ प्रार्थना की परम्परा हेमन्त कल में ख़त्म

July 14, 2022 by najhma Leave a Comment

झारखण्ड : विद्यालयों में भाजपा काल से चली आ रही शुक्रवार काे छुट्टी व हाथ मोड़ कर होने वाली परम्परा को हेमन्त सरकार में अंततः लगा विराम. जांच चल रही है सच जल्द आयेगा सामने…  

रांची : झारखण्ड के स्कूलाें में, भाजपा काल से चली आ रही शुक्रवार काे छुट्टी व हाथ मोड़ कर होने वाली परम्परा को हेमन्त सरकार में अंततः विराम लग गया है. ज्ञात हो, गढ़वा-जामताड़ा में 43 स्कूलाें में फिर से शुक्रवार काे क्लास और रविवार काे छुट्टी हाेगी. साथ ही हाथ जोड़कर प्रार्थना भी हो रही है. 

अब तक झारखण्ड में स्कूलाें में अल्पसंख्यक बच्चाें की संख्या बढ़ने पर प्रार्थना हाथ बांधकर होती थी. और साप्ताहिक छुट्टी भी रविवार के बजाय शुक्रवार काे होती थी. हेमन्त सरकार में मामला प्रकाश में आने के बाद जिला प्रशासन द्वारा इस परम्परा को संवैधान में निहित नियम के अनुसार बदलने का आदेश दिया गया. आदेश नहीं मानने पर स्कूल प्रबंधन समितियाें की मान्यता रद्द करने की और संबंधित क्षेत्र के शिक्षा पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गयी.

हेमन्त सरकार में दिए गए हैं जांच के आदेश

ज्ञात हो, हेमन्त सरकार द्वारा साप्ताहिक अवकाश रविवार के बजाय शुक्रवार को दिए जाने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं. और आवश्यक कार्रवाई की बात भी कही गयी जाएगी. यह बदलाव कब हुआ है, इसकी जांच की जा रही है. इस जांच के दायरे में जामताड़ा के 50 से ज्यादा ऐसे विद्यालय हैं, जहां अल्पसंख्यक बच्चों की संख्या 70% होने के बाद ग्रामीणों के दबाव में ग्राम शिक्षा समितियों द्वारा सप्ताहिक छुट्टी रविवार के बजाय शुक्रवार को घोषित की थी.

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झारखण्ड : मॉडल स्कूल निजी स्कूलों की भांति राज्य के बच्चों को करेगा शिक्षित -सीएम

July 7, 2022 by najhma Leave a Comment

झारखण्ड : 21 वर्षों के इतिहास में, साजिशन शिक्षा व्यवस्था को रसातल में पहुंचा गया. स्कूलों को बंद किया गया. हेमन्त सरकार में मॉडल स्कूल के रूप में हुआ क्रांतिकारी बदलाव सभी वर्गों के गरीब बच्चों को करेगा शिक्षित. सामाजिक उत्थान में साबित होगा मील का पत्थर.

रांची : झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि सरकार हर वर्ग को ध्यान में रख कर योजनायें धरातल पर उतार रही है. कोरोना महामारी के कारण बच्चों की शिक्षा में नुकसान हुआ. ऑनलाइन माध्यम से तो कुछ बच्चे पढ़ लिए, लेकिन सरकारी स्कूलों में पढने वाले गरीब तबके के बच्चों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. उन्हें शिक्षा से महरूम होना पड़ा है. इसलिए हमारी सरकार सभी जिलों में मॉडल स्कूल बना  रही है. जो गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों की तरह सुविधाएं उपलब्ध करायेगी. आगे सरकार इसे ब्लॉक स्तर एवं पंचायत स्तर तक ले जाने की तैयारी कर रही है.

ज्ञात हो, झारखण्ड एक गरीब आदिवासी-दलित बाहुल्य राज्य है. इसके 21 वर्षों के इतिहास में, साजिशन शिक्षा व्यवस्था को रसातल में पहुंचा गया. पूर्व की रघुवर सरकार में मर्जिंग के नाम पर भारी संख्या में स्कूलों को बंद किया गया. नतीजतन, हेमन्त सरकार में सरकारी शिक्षा व्यवस्था के क्षेत्र में, मॉडल स्कूल (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) के रूप में बदलाव हेतु बड़ा फैसला लिया गया है. जिसके तहत राज्य के सरकारी विद्यालयों को आधुनिक व उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र के रूप में अलग पहचान मिलेगा. 

मॉडल स्कूल में विशेषज्ञ-शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे

मॉडल स्कूल में बच्चों की गुणवत्ता युक्त पढ़ाई के साथ व्यक्तित्व का विकास होगा. मॉडल स्कूल में गुणवत्ता युक्त पढ़ाई से संबंधित सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी. विद्यालयों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने का संकल्प सरकार द्वारा लिया गया है. मॉडल स्कूल में विशेषज्ञ-शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे. लैबोरेट्रीज, लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैब की व्यवस्था होगी. मसलन, यह आधुनिक स्कूल ऑफ एक्सीलेंस हर स्तर पर निजी विद्यालयों के समकक्ष न केवल नजर आएंगे, खुद को स्थापित भी करेंगे.

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झारखण्ड : लम्बे समय बाद अब हेमन्त सरकार में 16 असिस्टेंट प्रोफेसर की हुई नियुक्ति अनुशंसा

July 4, 2022 by najhma Leave a Comment

झारखण्ड में लम्बे समय बाद अब हेमन्त सरकार में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में 4 विषय, अंग्रेजी, भौतिकी, मेटालॉर्जिकल व माइनिंग इंजीनियरिंग में 16 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति हेतु अनुशंसा हुई. यूनिवर्सिटी पोलिटेक्निक में भी आवेदन प्रक्रिया हुई शुरू.

राँची : हेमन्त सरकार में जेपीएससी द्वारा लम्बे समय बाद राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में चार विषय, अंग्रेजी, भौतिकी, मेटालॉर्जिकल इंजीनियरिंग व माइनिंग इंजीनियरिंग में 16 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति अनुशंसा की गई है. ज्ञात हो, पॉलिटेक्निक कॉलेजों में व्याख्याता के पद नियमित नियुक्ति का मामला आयोग में वर्ष 2016 से चल रहा था. भौतिकी विषय का अंतिम साक्षात्कार 29 जून 2022 को समाप्त हुआ था. ऐसे में रविवार यानी छुट्टी के दिन आयोग द्वारा रिजल्ट जारी किया जाना, हेमन्त सरकार की गंभीरता दर्शाता है. 

असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर नियुक्ति अनुशंसा हेतु हुए नाम

अंग्रेजी विषय में चार पद के विरुद्ध दो की अनुशंसा की गयी है. इस पद के लिए सदफ जमाल व सुब्रतो कुमार सिन्हा हैं. भौतकी में कुल 10 पद में नौ अभ्यर्थियों की अनुशंसा की गयी है. इस पद के लिए प्रकाश सरकार, दीपक कुमार सौंधिया, मयूख कुमार राय, मोमिन हुसैन खान, अमलान रोज, नरेंद्र कुमार राम, मंजू तिग्गा, प्रमोद नगेसिया और सुलेखा कुमारी हैं. मेटालॉर्जिकल इंजीनियरिंग में कुल दो पद के विरुद्ध दो अभ्यर्थियों की अनुशंसा की गयी है. इस पद के लिए सुधीर कुमार सिंह व मरकुश बाखला हैं. माइनिंग इंजीनियरिंग में चार पद के विरुद्ध तीन अभ्यर्थियों की अनुशंसा की गयी है. इस पद के लिए अजयंत कुमार, अजीत कुमार मेहरा और सोहन टोप्पो शामिल हैं.

यूनिवर्सिटी पोलिटेक्निक में भी आवेदन प्रक्रिया हुई शुरू

यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बीआईटी मेसरा में डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग लैटरल इंट्री और बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गयी है़ विद्यार्थी univpoly.bitmesra.ac.in के जरिये 20 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं. डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग के तहत ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर, मेकैनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन और इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में कुल 270 सीटें हैं. मैट्रिक या समकक्ष परीक्षा 2020, 2021 और 2022 में सफल हुए विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं.

इसके अलावा डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग के लैटरल इंट्री के जरिये भी विद्यार्थी एडमिशन करा सकते हैं. लेटरल इंट्री में स्टूडेंट्स के लिए 27 सीटें हैं. वहीं बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी में 29 सीटें हैं. इसमें सत्र 2020, 2021 और 2022 में 12वीं पास करने वाले विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं.

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